Saturday 2 April 2016

गुड़हल (Hibiscus rosa-sinensis) के गुण लाभ

गुड़हल एक आम सा फूल है जो कि देखने में सुंदर होता है। ऐसे कई गुड़हल के फूल हैं जो कि अलग-अलग रंगों में पाये जाते हैं जैसे,लालसफेद गुलाबीपीला और बैगनी आदि। यह सुंदर सा गुड़हल का फूल स्वास्थ्य के खजाने से भरा पड़ा है। इसका इस्तेमाल खाने- पीने या दवाओं लिए किया जाता है। इससे कॉलेस्ट्रॉलमधुमेहहाई ब्लड प्रेशर और गले के संक्रमण जैसे रोगों का इलाज किया जाता है। यह विटामिन सी,कैल्शियमवसाफाइबरआयरन का बढिया स्रोत है। 



गुड़हल के ताजे फूलों को पीसकर लगाने से बालों का रंग सुंदर हो जाता है। मुंह के छाले में गुड़हल के पते चबाने से लाभ होता है। डायटिंग करने वाले या गुर्दे की समस्याओं से पीडित व्यक्ति अक्सर इसे बर्फ के साथ पर बिना चीनी मिलाए पीते हैंक्योंकि इसमें प्राकृतिकमूत्रवर्धक गुण होते हैं। गुड़हल की चाय भी बनती है जो कि एक स्वास्थ्य हर्बल टी है।



गुड़हल के गुण -
1. गुड़हल से बनी चाय को प्रयोग सर्दी-जुखाम और बुखार आदि को ठीक करने के लिये प्रयोग की जाती है।

2. गुड़हल के फूल का अर्क दिल के लिए उतना ही फायदेमंद है जितना रेड वाइन और चाय।

3. - गुड़हल का अर्क कोलेस्ट्राल को कम करने में सहायक

4. - डायटिंग करने वाले या गुर्दे की समस्याओं से पीडित व्यक्ति अक्सर इसे बर्फ के साथ पर बिना चीनी मिलाए पीते हैंक्योंकि इसमें प्राकृतिक मूत्रवर्धक गुण होते हैं।

5. - अगर गुड़हल को गरम पानी के साथ या फिर उबाल कर फिर हर्बल टी के जैसे पिया जाए तो यह हाई ब्लड प्रेशर को कम करेगा और बढे कोलेस्ट्रॉल को घटाएगा क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है। 

6. गुड़हल का फूल काफी पौष्टिक होता है क्योंकि इसमें विटामिन सी,मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह पौष्टिक तत्व सांस संबन्धी तकलीफों को दूर करते हैं। यहां तक की गले के दर्द को और कफ को भी हर्बल टी सही कर देती है।

7. - गुड़हल के फूलों का असर बालों को स्वस्थ्य बनाने के लिये भी होता है। इसे पानी में उबाला जाता है और फिर लगाया जाता है जिससे बालों का झड़ना रुक जाता है। यह एक आयुर्वेद उपचार है। इसका प्रयोग केश तेल बनाने मे भी किया जाता है।

8. - एक मुठ्ठी गुड़हल की पत्तियां व फूलों को 100 मिली नारियल तेल में उबालकर ठंडा करें। इससे सिर की मालिश करें। बाल गिरने की समस्या दूर होगी और बाल तेजी से बढ़ने लगेंगे।


9. - गुड़हल के पत्ते तथा फूलों को सुखाकर पीस लें। इस पावडर की एक चम्मच मात्रा को एक चम्मच मिश्री के साथ पानी से लेते रहने से स्मरण शक्ति तथा स्नायुविक शक्ति बढाती है।

10. - गुड़हल के फूलों को सुखाकर बनाया गया पावडर दूध के साथ एक एक चम्मच लेते रहने से रक्त की कमी दूर होती है|

11. - यदि चेहरे पर बहुत मुंहसे हो गए हैं तो लाल गुड़हल की पत्तियों को पानी में उबाल कर पीस लें और उसमें शहद मिला कर त्वचा पर लगाए|

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