सर्दियों के दिनों में फलों की टोकरी में एक नया, छोटा- सा लेकिन बड़े फायदों वाला फल भी आया हुआ है। कुछ ही समय के लिए बाजार में आने वाला बेर कई गुणों का खजाना है। बेर बहुत ही उपयोगी और पोषक तत्वों से भरपूर फल है। बेर को ज्यादातर लोगों ने बचपन में खाया होगा बेर बहुत ही उपयोगी और पोषक तत्वों से भरपूर फल है। इन दिनों बेर का मौसम भी है। बेर को अधिकतर लोग बचपन में तो बहुत पसंद करते हैं, लेकिन बड़े होने पर खट्टेपन के कारण इसे नहीं खाते हैं। साथ ही, एक बड़ा कारण यह भी है कि लोग इसके गुणों से अनजान हैं। आज हम आपको बता रहे हैं, बेर खाने से क्या-क्या फायदे होते हैं। बेर एक मौसमी फल है. हल्के हरे रंग का यह फल पक जाने के बाद लाल-भूरे रंग का हो जाता है. बेर को चीनी खजूर के नाम से भी जाना जाता है. चीन में इसका इस्तेमाल कई प्रकार की दवाइयों को बनाने में किया जाता है. बेर में बहुत कम मात्रा में कैलोरी होती है लेकिन ये ऊर्जा का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है. इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व, विटामिन और लवण पाए जाते हैं. इन पोषक तत्वों के साथ ही ये एंटी-ऑक्सीडेंट के गुणों से भी भरपूर होता है.
सेहत के लिए किस तरह
फायदेमंद है बेर?
1. रसीले बेर में कैंसर
कोशिकाओं को पनपने से रोकने का गुण पाया जाता है.
2. अगर आप वजन कम करने
के उपाय खोज रहे हैं तो बेर आपके लिए एक अच्छा विकल्प है.
इसमें कैलोरी न के बराबर होती है.
3. बेर में
पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी, विटामिन ए और पोटैशियम पाया जाता है. ये रोग
प्रतिरक्षा तंत्र को बेहतर बनाने का काम करता है.
4. बेर एंटी-ऑक्सीडेंट्स
का खजाना है. लीवर से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए भी यह एक फायदेमंद विकल्प
है.
5. बेर खाने से त्वचा की
चमक लंबे समय तक बरकरार रहती है. इसमें एंटी-एजिंग एजेंट भी पाया जाता है.
6. अगर आप कब्ज की समस्या
से जूझ रहे हैं तो बेर खाना आपको फायदा पहुंचा सकता है. यह पाचन क्रिया को बेहतर
बनाने में मदद करता है.
7. बेर में पर्याप्त
मात्रा में कैल्शियम और फाॅस्फोरस पाया जाता है. यह दांतों और हड्डियों को मजबूत
बनाता है.
बेर दो तरह के होते है एक बड़े आकर वाले और दूसरे छोटवाले होते है पका बेर स्वाद के साथ शरीर को कई रोग से बचाता है ।
गुर्दो में दर्द हो जाये तो बेरी के पत्तो को पीस कर उसका लेप पेट के गुर्दे वाली जगह पर करने से दर्द शांत होता है ।
बालों के झड़ने या रूखेपन से बचाने के लिए बेरी के पत्तो को हाथ से मसल कर पानी में उबाल ले और उस पानी को छान कर उससे सिर धोये तो इन समस्याओ से निजात मिलती है और रुसी की परेशानी भी हल हो जाती है
मुंह के छालों की समस्या हो जाये तो बेरी की छाल को अच्छी तरह सुखा कर चूर्ण बनाये और उस चूर्ण को छालों पर लगाये तो आराम मिलेगा ।
टी बी जैसे खतरनाक रोग का बहुत ही सरल उपाय बेर है । मरीज़ दिन में ३-४ बार एक पाव बेर प्रतिदिन सेवन करने से टी बी से बचाव और रोगमुक्ति संभव है ।
नाक में फुंसी हो जाये तो बहुत परेशान करती है अतः एक बेर को छील कर बार बार सूंघे तो ये ठीक हो जाती है ।
अंतड़ियों में घाव हो या पाचन शक्ति कमजोर हो तो मरीज़ को सुबह जल्दी उठकर खाली पेट एक पाव बेर खाने चाहिए, दिन में भोजन के बाद बेर खाने चाहिए और साँझ के समय खाने के बाद बेर न खा सके तो उसका रस पी ले तो अंतड़ियों की सभी परेशानी दूर हो जाती है ।
इनके खाने से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है ।
• एसिडिटी :
1. खाने से पहले दो चम्मच शहद पर थोड़ा-सा दालचीनी पावडर बुरककर चाटने से एसिडिटी में राहत मिलती है और खाना अच्छे से पचता है।
2.सीने में जलन, खट्टी डकार जैसा महसूस हो तो पानी में नींबू का रस डालकर पिएं। नींबू के पाचक गुणों के कारण ये सारी तकलीफें दूर हो जाएंगी। नींबू का अचार भी भोजन के साथ प्रयोग करना काफी लाभकारी रहता है।
• सिर दर्द :
1.सिर दर्द होने पर गुनगुने पानी में अदरक व नीबू का रस व थोड़ा सा नमक मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
कुछ खास हैं “बेर” में
→ त्वचा पर कट या घाव होने पर फल का गुदा घिसकर लगाने से घाव जल्दी भरता हैं।
→ फेंफडे सम्बन्धी बीमारी और बुखार ठीक करने के लिए इसका जूस बेहद लाभकारी माना जाता है।
→ बेर को नमक और काली मिर्च के साथ खाने से अपच की समस्या दूर होती हैं।
→ सूखे हुए बेर खाने से कब्जियत और पेट सम्बन्धित पुरानी बीमारी भी दूर होती हैं।
→ बेर को छाछ के साथ लेने से घबराहट और उलटी होना और पेट में दर्द की समस्या ख़त्म होती है।
→ बेर की पत्तियां तेल के साथ लुग्दी बनाकर शरीर पर लगाने से लीवर सम्बन्धी समस्या में लाभ मिलता हैं।
→ बेर के नियमित सेवन से अस्थमा और मसूडो के घाव को भरने में मदद मिलती हैं।
→ बेर की जड़ों का जूस थोड़ी सी मात्रा मे पिने से गठिया और वात जैसी बीमारी को न केवल कम किया जा सकता है, बल्कि बढने से भी रोका जा सकता है।
→ बेर का फल खुश्की और थकान दूर करने की ताकत रखते हैं।
→ बेर और नीम के पत्ते पीसकर लगाने से सिर के बाल गिरने कम होते है।
डायबिटीज से बचना है तो खाएं जामुन, चॉकलेट
एक अध्ययन में पता चला है कि जामुन, चाय और चॉकलेट का हर रोज पर्याप्त मात्रा में सेवन करने से मधुमेह का खतरा कम रहता है। ईस्ट एंजेलिया विश्वविद्यालय एवं ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं के मुताबिक जामुन, चाय और चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनॉयड एवं एंथोसाइनिंस का उच्च स्तर टाइप 2 मधुमेह से रक्षा करता है।
बैर
में कार्बोज 20-30 G.m., प्रोटीन 2.5 G.m., वसा 0.07 G.m., थाईमिन 0.02 M.g., राईबोफ्लेविन 0.03 M.g., कैल्शियम 25.6 M.g., आयरन 1.5-1-8 M.g., फॉस्फोरस 26.8 M.g. आदि पोषक तत्व उपस्थित होते हैं। चलिए आज जानते हैं बेर खाने से होने वाले कुछ बेहतरीन फायदों के बारे में...
ट्यूमर
से बचाव-
मेडिकल अध्ययन के अनुसार बेर से लो-ब्लड प्रेशर, अनीमिया, लिवर की समस्याओं से राहत मिलती है। यह शरीर में ट्यूमर सेल्स पनपने नहीं देता। इसे खाने से स्किन भी ग्लो करती है।
विटमिन सी से भरपूर होता है-
संतरे और नींबू की ही तरह बेर में भी प्रचूर मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है। इसमें अन्य फलों के मुकाबले विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा ज्यादा होती है। संतरे और नींबू में मौजूद विटमीन सी का बेहतरीन विकल्प है बेर। बेर में विटमिन सी की मात्रा खट्टे फलों से 20 गुना ज्यादा है। सर्दियों में संतरे और नींबू की जगह आप बेर का इस्तेमाल कर इस की कमी पूरी कर सकते हैं। इसके सेवन से त्वचा लंबी उम्र तक जवां बनी रहती है।
पेट दर्द की समस्या खत्म कर देता है-
बेर को छाछ के साथ लेने से पेट दर्द की समस्या खत्म हो जाती है।
दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है-
बेर खाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। इस कारण दिल से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है।
बालों के लिए फायदेमंद-
बेर की पत्तियों में 61 आवश्यक प्रोटीन पाए जाने के साथ विटामिन सी, केरिटलॉइड और बी कॉम्प्लेक्स भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह बालों को घना और हेल्दी बनाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है-
बेर में मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कॉपर, कैल्शियम और आयरन और खनिज पदार्थ भी मौजूद होते हैं। इन तत्वों से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जिससे शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही इंफेक्शन से लड़ने में भी मदद मिलती है।
घाव जल्दी भर देता है-
बेर की पत्तियों को पीसकर तेल के साथ लेप बनाकर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है। बेर का गूदा लगाने से भी घाव ठीक हो जाता है।
खांसी बुखार में और फेफड़ों के लिए है फायदेमंद-
बेर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लामेटरी गुण होते हैं। बेर का जूस खांसी, फेफड़े की बीमारियों और बुखार के इलाज में भी सहायक है। वैज्ञानिकों ने इसमें आठ तरह के फ्लेवेनॉयड ढूंढे हैं। इसमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट और ऐंटी-इंफ्लमेटरी गुण भी हैं, जिससे ये सूजन भी भगाता है।
अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है और नींद लाने में मददगार-
बेर में 18 प्रकार के महत्वपूर्ण अमीनो ऐसिड मौजूद हैं, जो शरीर में प्रोटीन को संतुलित करते हैं। साथ ही, अनिद्रा की समस्या दूर करते हैं। चीनी दवाओं में इसके बीज से और अनिद्रा (इंसोमेनिया) का इलाज होता है।
मेडिकल अध्ययन के अनुसार बेर से लो-ब्लड प्रेशर, अनीमिया, लिवर की समस्याओं से राहत मिलती है। यह शरीर में ट्यूमर सेल्स पनपने नहीं देता। इसे खाने से स्किन भी ग्लो करती है।
विटमिन सी से भरपूर होता है-
संतरे और नींबू की ही तरह बेर में भी प्रचूर मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है। इसमें अन्य फलों के मुकाबले विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा ज्यादा होती है। संतरे और नींबू में मौजूद विटमीन सी का बेहतरीन विकल्प है बेर। बेर में विटमिन सी की मात्रा खट्टे फलों से 20 गुना ज्यादा है। सर्दियों में संतरे और नींबू की जगह आप बेर का इस्तेमाल कर इस की कमी पूरी कर सकते हैं। इसके सेवन से त्वचा लंबी उम्र तक जवां बनी रहती है।
पेट दर्द की समस्या खत्म कर देता है-
बेर को छाछ के साथ लेने से पेट दर्द की समस्या खत्म हो जाती है।
दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है-
बेर खाने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। इस कारण दिल से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है।
बालों के लिए फायदेमंद-
बेर की पत्तियों में 61 आवश्यक प्रोटीन पाए जाने के साथ विटामिन सी, केरिटलॉइड और बी कॉम्प्लेक्स भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह बालों को घना और हेल्दी बनाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है-
बेर में मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कॉपर, कैल्शियम और आयरन और खनिज पदार्थ भी मौजूद होते हैं। इन तत्वों से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जिससे शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही इंफेक्शन से लड़ने में भी मदद मिलती है।
घाव जल्दी भर देता है-
बेर की पत्तियों को पीसकर तेल के साथ लेप बनाकर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है। बेर का गूदा लगाने से भी घाव ठीक हो जाता है।
खांसी बुखार में और फेफड़ों के लिए है फायदेमंद-
बेर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लामेटरी गुण होते हैं। बेर का जूस खांसी, फेफड़े की बीमारियों और बुखार के इलाज में भी सहायक है। वैज्ञानिकों ने इसमें आठ तरह के फ्लेवेनॉयड ढूंढे हैं। इसमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट और ऐंटी-इंफ्लमेटरी गुण भी हैं, जिससे ये सूजन भी भगाता है।
अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है और नींद लाने में मददगार-
बेर में 18 प्रकार के महत्वपूर्ण अमीनो ऐसिड मौजूद हैं, जो शरीर में प्रोटीन को संतुलित करते हैं। साथ ही, अनिद्रा की समस्या दूर करते हैं। चीनी दवाओं में इसके बीज से और अनिद्रा (इंसोमेनिया) का इलाज होता है।
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